नगर क्षेत्र के विभिन्न तराई क्षेत्रों में कच्ची शराब का धंधा जोरों स ेचल रहा है इस व्यवसाय में खासकर महिलाओं की भूमिका नज़र आती है ये महिलांए दिमागी रूप से इतना चुस्त दुरूस्त रहती है जिससे इनका व्यवसाय फल फूल रहा है। छोटी छोटी पिन्नयों में भरकर झोला व थैलियों में डालकर बेंचती नज़र आती है सूत्रों की मानें तो राजस्व की कितनी हानि हो रही है ये सब तो आबकारी विभाग भी जान रहा है कि हमारे राजस्व में हानि की वजह अवैध कच्ची शराब का व्यवसाय ही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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