आशा बहु कल्याण समिति की कार्यकत्रियों ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदशZन कर जिलाधिकारी को सम्बोधित सात सूत्रीय मांग पत्र अपर जिलाधिकारी को सौंपा । सौंपे गये मांग पत्र में आशा बहुओं ने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 राजेन्द्र प्रसाद अधीखक सी एच सी दुवेपुर, डा0 बी0 के 0 सिंह सी एच सी भदैंया पर आरोप लगाते हुए ें लिखा है कि आशा बहुओं की समस्याओं के निराकरण के लिए उक्त लोग कोई ध्यान नही देते तथा जानकारी मांगने पर अभद्रता का व्यवहार करते हैं। डा0 राजेन्द्र प्रसाद अपने को शासन सत्ता का नेता बता कर धमकाने का कार्य करते हैं। आशा बहुओं ने नियुक्ति केे समय से अब तक ‘ाासन द्वारा प्रदत्त मानदेय व प्रोत्साहन रािश का भुगतान नहीं किया गया । यहॉ तक सी एच सी की बैठक में जाने पर उनको यात्रा भत्ता भी नहीं दिया जाता। आशा बहुओं ने जिलाधिकारी से मानदेय, प्रोत्साहन रािश, टीका करण राशि , आदि सम्बिन्धित रजिस्टर व कागजात तथा मानदेय का भुगतान बैंक के खाते में जमा कराये जाने की मांग किया हेै। बताते चले कि सीमा सिंह प्रान्तीय अध्यक्षा ने तीस जुलाई को डा0 राजेन्द्र प्रसाद व डा0 बी0 के सिंह के द्वारा आशा बहुओं के साथ किए जा रहे दुव्र्यवहार को रोकने को लेकर एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को दिया था। इसके पूर्व इस आशय की सूचना मुख्यचिकित्सा अधिकारी एवं बाल विकास परियोजन अधिकारी को दिया था परन्तु दोनों अधिकारियों ने आशा बहुओं की समस्याओं को अनसुनी कर दिया । पूर्व सुचना अनुसार आज आशा बहुओं ने जिला मुख्यालय पर आकर सैकडों की संख्या में जोरदार पदशZन करते हुए सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। प्रदशZन के बाद एक प्रश्न के उत्तर में पत्रकारों से वार्ता के दौरान आरोप लगाते हुए बताया कि आशा बहु कल्याण समिति के धरना प्रदशZन को रोकवाने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी ने डा0 राजेन्द्र प्रसाद के माध्यम से कथिततौर बहु आशा कल्याण समिति की जिलाध्यक्ष किरन शुक्ला को पचास हजार रूप्यें देकर धरना को विफल बनाने का प्रयास किया। किरन ‘ाुक्ला द्वारा उन्हें अपने समिति से निकाले जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रान्तीय अध्यक्ष को निकालने का अधिकार जिला अध्यक्ष को कैसे मिल गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com