मानव स्वास्थ्य के लिये घातक व प्रतिबन्धित दवाओं की बिक्री करने वालों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर दण्डात्मक कार्यवाही की जाये
मानव उपयोग के लिये घातक आक्सीटोसिन की
अवैध बिक्री पर तत्काल प्रतिबन्ध लगाने के निर्देश
अभियान के दौरान सन्तोषजनक परिणाम न देने वाले जिलाधिकारियों की जवाबदेही तय की जाय
दायित्वों के प्रति शिथिलता बरतने कर्मियों को दण्डित किया जाय
मुख्यमन्त्री ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा की
मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने खाद्य पदार्थों एवं औषधियों में मिलावट करने वालों तथा मानव उपयोग के लिए घातक ऑक्सीटोसिन की अवैध बिक्री के खिलाफ और कड़ी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा संचालित किये गये अभियान को सन्तोषजनक बताते हुए कहा है कि जिन जनपदों के जिलाधिकारियों ने इस अभियान के दौरान सन्तोषजनक परिणाम देने में असफल रहे हैं, उनकी जवाबदेही तय की जाय।
मुख्यमन्त्री आज अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा कर रहीं थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देिशत किया कि प्रदेश में मिलावटखोरों तथा नकली एवं अधोमानक दवाओं की बिक्री करने वालों एवं निर्माताओं के खिलाफ अभियान और तेजी से चलाया जाये। इसके साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिये घातक प्रतिबन्धित दवाओं की बिक्री करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।
मुख्यमन्त्री ने विभागीय अधिकारियों को यह स्पष्ट रूप से निर्देश दिये कि राज्य में विशुद्ध खाद्य पदार्थोें एवं प्रमाणिक औशधियों की ही बिक्री सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित अधिकारी यदि वे अपने दायित्वों के निर्वहन में कोई लापरवाही अथवा उदासीनता बरतते हैं, तो उनके खिलाफ कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाय।
मुख्यमन्त्री ने मानव स्वास्थ्य के लिये घातक आक्सीटोसिन की अवैध बिक्री पर तत्काल प्रतिबन्ध लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस प्रकार की दवाओं की बिक्री पर कड़ी नज़र रखने की सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि ऐसी दवायें कहीं भी अवैध रूप से बिक्री व संग्रहीत करते हुए पाई जाती हैं, तो ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाई सुनििश्चत की जाय। उन्होंने विभाग के वरिश्ठ अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि यदि औशधि एवं खाद्य निरीक्षक अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरततें हुए पायें जायें, तो उनके खिलाफ तत्काल वैधानिक एवं आपराधिक धाराओं के तहत कार्यवाही की जाये, क्योंकि आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले एवं ऐसे अपराधी तत्वों से सांठ-गांठ करने वाले कर्मियों को उनके किये की सजा अवश्य ही मिलनी चाहिए।
बैठक में मा0मुख्यमन्त्री जी को यह भी अवगत कराया गया कि विगत दो माह में ऑक्सीटोसिन की अवैध बिक्री एवं उपयोग के मामले में चलाये गये अभियान में 71 लोगों के खिलाफ एफ0आई0आर0 तथा 63 दोषियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा पिछले माह जुलाई में अपमिश्रित खाद्य पदार्थ एवं प्रतिबन्धित रंगों आदि के मामले में 146 लोगों के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज करके 190 लोगों को नामजद किया गया तथा 90 दोषियों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान लगभग एक करोड़ रूपये मूल्य के खाद्य पदार्थ जब्त किये गये।
बैठक में अधिकारियों ने अवगत कराया कि पूरे प्रदेश में मिलावटखोरों के खिलाफ सघन अभियान जारी है। सम्बन्धित कर्मचारियों तथा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये है कि अपने दायित्वों का पूरी इमानदारी से निर्वहन करें। किसी तरह की लापरवाही पाये जाने पर उनकी जवाबदेही तय करते हुए सख्त कार्यवाही की जायेगी। बैठक में यह भी बताया गया कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री के मामले में की गई कार्यवाही में अब तक 121 लोगों के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज कराते हुए 102 मिलावटखोरों को गिरफ्तार किया गया है।
बैठक में यह भी बताया गया कि जनपद मथुरा, चित्रकूट, बान्दा, महोबा, गोण्डा, मऊ, बलिया, मिर्जापुर, सोनभद्र, सन्तरविदासनगर, रमाबाई नगर (कानपुर देहात), कन्नौज, औरैया, मुरादाबाद, सीतापुर, सुल्तानपुर, श्रावस्ती, महराजगंज एवं उन्नाव की प्रगति सन्तोषजनक नहीं पायी गई है। इन जनपदों के सम्बन्धित जिलाधिकारियों को अभियान में और तेजी लाने तथा मिलावटखोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। समीक्षा के दौरान बाराबंकी जनपद की प्रगति रिपोर्ट सबसे खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी को मिलावटखोरों के खिलाफ पूरी गम्भीरता से अभियान चलाने तथा दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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