ग्राम प्रधानों के खाते में उपलब्ध धनरािश को 15 अगस्त तक व्यय कर कार्यपूर्ण करायें।विकास कार्यो की डिजिटल डायरी प्रस्तुत करें-अभिजात
जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने निर्देश दियें है कि खण्ड विकास अधिकारी यह सुनििश्चत करायें कि ग्राम प्रधान के खाते में सरकार की विभिन्न योजनाओं में उपलब्ध धनरािश का कार्य योजना के अनुसार व्यय 15 अगस्त तक हो जाये ताकि लोगों को योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने सचेत भी किया कि सभी कार्यो का शतप्रतिशत सत्यापन के उपरान्त ही भुगतान की संस्तुति की जाये। जो ग्राम प्रधान उपलब्ध धनरािश का उपयोग नही करें उन्हें मौके पर ही धारा 95 जी का नोटिस देकर प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि धन के दुरूपयोग पर सरकारी धन की वसूली सुनििश्चत कराई जायेगी और घोटाले में लिप्त पाये जाने पर गैगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट में डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा योजना तथा अन्य विकास कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वीकृत कार्य योजना के बाहर कोई कार्य न कराये। मुख्य विकास अधिकारी प्रतिदिन ब्लाक वार समीक्षा कर प्रगति की जानकारी जिलाधिकारी को देगें। उन्होंने निर्देश दिये कि जितनी भी योजनाओं का क्रियान्वयन हुआ है और जो सम्पतियां सृजित हुई है उनके विवरण फोटो सहित प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियो द्वारा विकास कार्यो की डिजिटल डायरी न बनाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सचेत किया कि अम्बेडकर ग्राम सभा योजना के अन्तर्गत कराये गये सभी कार्यो की डिजिटल डायरी वनाये। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा क्षेत्रों का भ्रमण न करने की प्रवृति कर कड़ा रूख अपनाते हुए निर्देश दिये कि वीडीओ हर माह 15 ग्रामों का भ्रमण कर गांव मे संचालित सभी विकास कार्यो को देखें और उसी दिन निरीक्षण आख्या ई मेल द्वारा जिलाधिकारी को भेेजेगे। उन्होंने निरीक्षण आख्या का प्रारूप भी बैठक में जारी किया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी ई-मेल-इण्टरनेट आदि कार्यो सहित कम्प्यूटर सीखना सुनििश्चत करें। श्री अभिजात ने सभी बी.डी.ओ को कैमरा दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंंने डिजिटल डायरी के सम्बन्ध में जारी शासनादेशो का अनुपालन सुनििश्चत कराने के निर्देश दिये।
उन्होने कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि बी.डी.ओ. की कार्य प्रणाली में सुधार की नितान्त आवश्यकता हे। उन्होंने निर्देश दिये कि जल निगम के अभियन्ता यह सुनििश्चत करें कि सक्षम स्तर जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी से अनुमोदन के बाद ही हैण्डपम्प लगाये। बिना स्वीकृत के जो हैण्डपम्प लगे है उनकी आर.सी. जारी होगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, पंचायत तथा बाल विकास विभाग द्वारा जन्म मृत्यु के आंकडे रखे जाते है। उन्होंने मल्टीपिल चैकिंग कराने के निर्देश दिये । उन्होंने विभिन्न योजनाओं मे लाभार्थियों के नाम आदि का डाटा फीडिंग की समीक्षा करते हुए कहा कि सत्यापन के उपरान्त ही डाटा फीड करायें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राज कुमार श्रीवास्तव, एस.डी.एम सदर श्रीमती शीतल वर्मा, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पंचायत, जल निगम, आर.ई.एस., समाज कल्याण, विकलांग, अल्पसंख्यक कल्याण आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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