जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने कहा है कि राश्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना वी0पी0एल0 परिवारों को चिकित्सा सुविधा सुलभ कराने में महत्वपूर्ण है। इस योजना में वीपीएल परिवार को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाता है, जिनका पैनल में शामिल चिकित्सालयों में तीस हजार रूपये वार्शिक खर्च का वहन बीमा कम्पनी व्दारा किया जाता है। उन्होंने कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में चिकित्सकों/नर्सिंग होम संचालकों से कहा कि अपने नाम सम्मिलित करने हेतु आवेदन प्रस्तुत कर दें। उन्होंने बताा कि सभी नर्सिंग होम/चिकित्सालय संचालक विकास भवन स्थित जिला विकास अधिकारी कार्यालय से नियमावली तथा आवेदन पत्र लेकर प्रस्तुत करें।
उन्होंने बताया कि जनपद में लक्षित वी0पी0एल0 परिवारों की संख्या 71088 है, जिनमें से 43651 परिवारों को स्मार्ट कार्ड वितरित हो चुके हैं। योजना में अभी तक केवल 12 सरकारी तथा 8 निजी अस्पताल ही आबद्ध हुए हैं। उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि योजना के अन्तर्गत चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने वाले लाभार्थी परिवारों की संख्या 91 है। उन्होंने सचेत किया कि बीमा कम्पनी, विभागीय अधिकारी समन्वय कर चिकित्सकों के सहयोग से गरीबों के लिए संचालित इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करें तथा योजना की विस्तृत जानकारी जनता तक पहंुंचायें।
उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम्स अपने वायो मेिण्डकल वेस्ट का नियमानुसार निस्तारण करायें। उन्होंने सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग पर बल देते हुए कहा कि इससे मिलावट, अपमिश्रण, अधोमानक खाद्य पदार्थों तथा दवाओं के कारोबार पर प्रभावी नियन्त्रण में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों में सिविल सोसाइटी को आगे आना होगा। चिकित्सकों ने जिलाधिकारी को हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया।
बैठक का संचालन मुख्य विकास अधिकारी आर0के0 श्रीवास्तव ने किया। बैठक में डा0 निर्मल चौपड़ा, डा0 डी0वी0 शर्मा, डा0 आर0एन0 गोयल, के0एन0 बंसल, आई0एस0 परमार, डा0 अशोक िशरोमणि, डा0 टण्डन, डा0 पी0के0 उपाध्याय आदि बड़ी संख्या में चिकित्सक तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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