Categorized | लखनऊ.

मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न

Posted on 09 July 2010 by admin

मत्स्य बीज उत्पादन सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश
मछुवा आवास निर्माण 31 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश
हीलाहवाली करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी -धर्मराज निषाद

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मत्स्य मन्त्री श्री धर्मराज निषाद ने सभी मण्डलीय/जनपदीय मत्स्य अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे मत्स्य बीज उत्पादन जुलाई से सितम्बर तक लक्ष्य के अनुरूप पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि जिन प्रक्षेत्रों में मत्स्य बीज उत्पादन नहीं हुआ है, उन्हें धनराशि तत्काल आवंटित कर दी जाये। ताकि मत्स्य बीज वितरण कार्य प्रभावित न हो। उन्होंने नियन्त्रणाधीन मत्स्य प्रेक्षों पर समयबद्ध रूप से मत्स्य बीज उत्पादन कार्यक्रम सम्पन्न कराने के भी निर्देश दिये।

 यह निर्देश आज यहां मत्स्य निदेशालय स्थित सभागार में आयोजित विभागीय कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मत्स्य मन्त्री ने दिये। उन्होंने जलाशयों से प्राप्त होने वाली आय का विवरण समय से प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। साथ ही मण्डलीय अधिकारियों को अनिस्तारित जलाशयों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करने के कड़ें निर्देश दिये। उन्होंने निगम, विभाग व निजी क्षेत्र से गुणवत्तायुक्त मत्स्य बीज संचित करने का विकल्प खुला रखने के भी निर्देश दिये।

 श्री धर्मराज ने मछुआ आवासों का निर्माण 31 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चाहें तालाब पट्टा आवंटन की कार्यवाही हो या मछुआ आवास अथवा मत्स्य बीज विक्रय की कार्यवाही हो किसी में भी हीलाहवाली बदाश्Zत नहीं की जायेगी। लापरवाह अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि डास्प से संचालित परियोजना के अन्तर्गत मत्स्य बीज हैचरी का निर्माण कार्य समय से प्रारम्भ किया जाये। उन्होंने मत्स्य हाट के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये।

 श्री निषाद ने मनरेगा कन्वर्जेंस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहां पर तालाब खुदने है मनरेगा का पैसा खर्च कर कार्य पूर्ण किया जाय।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in