लखनऊ - उत्तर प्रदेश में इस समय एक पूर्णतया अलोकतांत्रिक सरकार है जो स्वयं तो आन्दोलन का ढोंग करती है और विपक्ष के अधिकारों पर रोक लगाती है। समाजवादी पार्टी द्वारा राश्ट्रव्यापी आम हड़ताल का दमन करने पर उतारू हो गई है। केन्द्र की कांग्रेस सरकार के साथ बसपा की मिलीभगत का यह एक खुला खेल है। लेकिन समाजवादी पार्टी केन्द्र और राज्य सरकारों की गलत नीतियों के खिलाफ अपना और जनता की विरोध दर्ज कराने की जिम्मेदारी निभाने को कृत संकल्प है।
समाजवादी पार्टी की सभी जिला इकाईयों को निर्देशित किया गया है कि वे सोमवार 5 जुलाई 2010 को मंहगाई और प्रदेश सरकार के भ्रश्टाचार के खिलाफ आम हड़ताल की सफलता को सुनिश्चित करें। समाजवादी पार्टी का यह आन्दोलन इन सरकारों को यह स्पश्ट चेतावनी देने के लिए है कि “सुधरो या गद्दी छोड़ो।´´ मंहगाई, भ्रश्टाचार से सन्त्रस्त जनता अब और बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है।
उत्तर प्रदेश में लोकतन्त्र की हत्यारी बसपा सरकार जनाधिकारों पर प्रहार करने में दुस्साहसी है। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर हजारों की तादाद में फर्जी मुकदमें लगाए जा चुके हैं। सरकार ने समाज के हर वर्ग के हितों पर आघात किया है और कानून को अपराधिक तत्वों तथा अफसरशही के गठजोड़ का बंधक बना दिया है। केन्द्र जितना मंहगाई बढाती है, प्रदेश सरकार वेट, सेट और प्रवेश कर के जरिए उसमें और इजाफा कर देती है। लूट और कमीशन का ऐसा तन्त्र यहॉ विकसित हो गया है कि विकास योजनाएं शुरूआत में ही दम तोड़ देती है। प्रदेश का विकास अवरूद्ध है।
मुख्यमन्त्री मायावती ने 05 जुलाई, 2010 के जनान्दोलन की सफलता से डर कर पहले ही प्रशासनिक आतंकवाद का नंगनाच शुरू कर दिया है। बसपा नेता 06 जुलाई के लिए बाहर से भीड़ लाने के लिए जबरन गाड़ियों पर कब्जा कर रहे हैं। तमाम गाड़ियॉ विकास नगर क्षेत्र में खड़ी करा ली गई हैं। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं की बड़े पैमाने पर रात से ही धरपकड़ शुरू हो गई है। थाना इंटौजा के अर्जुनपुर में श्री यशपाल प्रधान और श्री प्रबल शुक्ला के घर दबिश दी गई और चेयरमैन इंटंौजा श्री पवन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र यादव के चिनहट बाजार स्थित निवास में पुलिस ने दबिश डाली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश कोशाध्यक्ष श्री राज किशोर मिश्र के यहॉ भी पुलिस ने छापा मारा। श्री विजय यादव, पूर्व महासचिव, नगर के यहॉ भी छापा डाला गया। बाजार खाला में नगर कोशाध्यक्ष तारा चन्द यादव, पूर्व नगर महासचिव मो0 हनीफ खॉ के यहॉ भी छापा पड़ा है। समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील यादव के भाई को पुलिस घर से उठा ले गई।
पुलिस ने अपना दमन चक्र चलाते हुए आज रात में समाजवादी पार्टी नेताओं की अंधाध्ंाुध गिरफ्तारी की। गिरफ्तार नेताओं के नाम है-सर्व श्री सुशील दीक्षित, महानगर अध्यक्ष, पूर्व विधायक रविदास मेहरोत्रा, राजपाल कश्यप राश्ट्रीय महासचिव छात्रसभा, कामरान बेग, यावर हुसैन रेशू, पाशZद, वंशी ‘ाुक्ला अध्यक्ष कैंट वार्ड, अनिल, सन्तोश राज, अभिशेक आशू, राश्ट्रीय उपाध्यक्ष युवजनसभा, श्रीमती मुन्नी पाल, नगर अध्यक्ष महिला सभा, नईमा बानो, अध्यक्ष अल्पसंख्यक सभा, ओमप्रकाश साहू, नगर अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग सहित दर्जनों की गिरफ्तारी का अवैध और अलोकतािन्त्रक राज्य सरकार का कदम है।
सच तो यह है कि इन पुलिस छापों और गिरफ्तारियों से जाहिर हो गया है कि बसपा सरकार जनता के उग्र विरोध की आशंका से खुद आतंकित हो गई है। उसके सरकारी विरोध की हवा निकल गई है।
यह नििश्चत रूप से समाजवादी पार्टी और 05 जुलाई 2010 के आन्दोलन की सफलता है। संविधान और लोकतन्त्र में जिस मुख्यमन्त्री का विश्वास ही न हो, उससे दमन के अलावा अन्य कोई उम्मीद की ही नहीं जा सकती।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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